सामुंद्रिक शास्त्र (samundra shastra) का मुख्य उद्देश्य होता है व्यक्ति के शरीर की बनावट के आधार पर उसके स्वभाव, व्यक्तित्व, आर्थिक और मानसिक स्थिति का विश्लेषण करना। इस शास्त्र में व्यक्ति के शरीर के विभिन्न अंगों को विशेष रूप से देखा जाता है, जैसे कि हाथ, पैर, नाक, कान, मुँह आदि। इन अंगों की आकृति, साइज, लम्बाई, मोटाई, स्थान आदि के आधार पर उनके स्वभाव का विश्लेषण किया जाता है।

उदाहरण के लिए, शास्त्र में कहा जाता है कि हाथ का आकार व्यक्ति के वित्तीय स्थिति के बारे में बताता है। छोटे हाथ वाले लोग धनवान होते हैं जबकि बड़े हाथ वाले व्यक्ति धन संबंधी समस्याओं से जूझते हैं। इसी तरह, शरीर के अन्य अंगों के आधार पर उसके स्वभाव और व्यक्तित्व का विश्लेषण किया जाता है।

सामुंद्रिक शास्त्र के अनुसार महिलाओं के शरीर की बनावट और अंगों की बनावट के आधार पर उनके स्वभाव के बारे में जान सकते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ उदाहरण:

हाथों की अंगुलियां – आपकी प्राकृतिक कला और कौशल का प्रतिनिधित्व करती हैं। बड़ी अंगुलियां वाली महिलाओं को शिष्ट व्यवहार और संवेदनशीलता का प्रतीक माना जाता है। साथ ही, ऐसी महिलाएं अक्सर सोच समझ कर काम करती हैं और उन्हें उनके जीवनसाथी से बड़ी संबंधों की उम्मीद होती है।

पैरों की अंगुलियां – यदि आपके पैर की अंगुलियां लम्बी होती हैं, तो आपकी स्वाभाविक गुणवत्ता क्रियाशीलता होती है। ऐसी महिलाएं निरंतर गतिशील रहती हैं और स्वस्थ रहने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करती हैं।

होठों का आकार – अधिक बड़े होंठ वाली महिलाएं आकर्षक होती हैं और उनमें संवेदनशीलता और रोमांच की भावना होती है। ऐसी महिलाएं आमतौर पर अधिक अभिव्यक्ति करती है.

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शरीर के अंगों की बनावट के हिसाब से व्यक्ति के स्वभाव के बारे में यह मान्यता है कि शरीर के अंग उसके मन और व्यवहार के बारे में बताते हैं। इस विषय पर कई अध्ययन हुए हैं, जिनसे कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि यह सत्य हो सकता है और कुछ लोगों को इस पर विश्वास नहीं होता है।

सामुंद्रिक शास्त्र में शरीर के अंगों के आधार पर व्यक्ति के स्वभाव के बारे में बताया जाता है, लेकिन यह आधार वैज्ञानिक नहीं है और इस पर आधारित विश्वास समाज के विभिन्न क्षेत्रों में भिन्न हो सकता है।

वैदिक ज्योतिष विश्वास है कि जैसे शरीर के विभिन्न भागों के साथ अनुगुण होने वाले रत्न और धातु आदि होते हैं, वैसे ही शरीर के अंगों के साथ अनुगुण होने वाली स्वभाव गुण होते हैं। जैसे कि, लंबे पैर वाले व्यक्ति को शांत और धैर्यवान माना जाता है। इसी तरह, बड़े होंठों वाले व्यक्ति को उत्साही और समाजसेवी माना जाता है।

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