मक्का मदीना मुस्लिम धर्म के लिए बहुत पवित्र जगह है हर मुस्लिम की ख़वाहिश होती है की वो जिन्दगी में एक बार जरुर मक्का जाए वहा पर काबा शरीफ की परिक्रमा कर हर मुस्लमान अपने आप को धन्य समजता है क्युकी इस्लाम की शुरुवात यही से हुई थी, इसीलिए मक्का मदीना जेसे पवित्र तीर्थ स्थल से ही सऊदी की पहचान है।
मक्का सऊदी के हिजाज प्रान्त में है जहा पर 2020 की जनगड़ना के अनुसार कुल आबादी 20,00000 से कुछ जादा है और इस शहर में 60,00000 यात्री हज के लिए हर साल आते है। मक्का में ही पत्थरों से बनी मजिद है जिसमे पवित्र काबा है जो एक क्यूब के आकार का है ये 40 फीट उची है और 33 फीट चौड़ी है, जिसमे कोई भी खिड़की नहीं है बस एक दरवाजा है माना यह जाता है यह इमारत 1400 साल से भी पुरानी है दुनिया के सारे मुसलमान काबा की ही तरफ चेहरा करके नमाज अदा करते है।
मक्का के ज्यादातर मुस्लमान हज में ही काम करते है और हज इंडस्ट्री पुरे साल हज से जुड़े कामो में ही लगी रहती है। यहाँ का मर्केट 24 घंटे खुला रहता हैं मक्का में केवल मुस्लिम धर्म मानने वालो को ही आने की इजाजत है लेकिन मदीना में गैर मुस्लिम भी जा सकते है। मक्का शहर को बनाने में दुनिया की बेह्तरीन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किआ गया है। यहाँ पर स्तिथ मजिद अलहरम दुनिया की सबसे महगी मानी जाती है कुयूकी इसको बनाने में 100 अरब मिलियन का खर्चा आया था।
आपको बता दे दुनिया के सबसे बड़े एयरकुलिंग सिस्टम का इस्तेमाल भी मक्का और मदीना में ही हुआ है जिसके लिए 6 किलोमीटर लम्बी सुरंग बनाई गई है यहाँ पर 6 से 10 लेन की भी सड़के है जहा पर खूब गाड़िया दोडती है. यहाँ पर एक भी नाली नहीं है ना ही कोई बिजली की तार बहार दिखाई देगी क्युकी यहाँ सब कुछ अंडरग्राउंड सुरंग के माध्यम से बनया गया है।
दुनिया में सबसे जादा मुर्गे और बकरे मक्का शहर में हे काटे जाते है .इतना बड़ा तीर्थ स्थल होने के बावजूद भी यहाँ बिलकुल गंदगी नहीं होती और तो और यह दुनिया का सबसे साफ़ शहर भी माना जाता है .यहाँ की औरतें बिना नकाब के बाहर नहीं जा सकती और न ही कीसी गेर मर्द से मिल सकती और अगर बाहर गई तो घर का कोई न कोई पुरुष साथ में होना अनिवार्य है .
मक्का के कुछ ऐसे नियम काएदे है जो थोड़े अजीब है यहाँ पर कोई गेर मुस्लिम नहीं आ सकता और अगर कोई पाया गया तो भारी पैसों के दंड के साथ वापिस भी भेजा जा सकता है .